
1. क्यों फायदेमंद है गाड़ी को किराए पर देना
अगर आपके पास ई-रिक्शा या कोई अन्य वाहन है और आप खुद नहीं चला पा रहे हैं, तो उसे किराए पर देकर हर महीने तय रकम कमा सकते हैं। यह आय का स्थायी और सुरक्षित साधन बन सकता है।
2. सही व्यक्ति या संस्था चुनें
- किराएदार की पहचान, पता और मोबाइल नंबर की पूरी जानकारी लें।
- उसका ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य दस्तावेज़ चेक करें।
- समय पर भुगतान की क्षमता का अंदाज़ा लगाएँ।
3. लिखित एग्रीमेंट या शपथ पत्र अनिवार्य
सिर्फ़ मौखिक समझौते पर भरोसा न करें। वाहन देने से पहले एक शपथ पत्र (Affidavit) तैयार कराएँ, जिस पर दोनों पक्ष और दो गवाह हस्ताक्षर करें। इससे भविष्य में विवाद होने पर कानूनी सुरक्षा मिलती है।
4. एग्रीमेंट में शामिल करने लायक मुख्य बिंदु
- वाहन का पूरा विवरण (रजिस्ट्रेशन नंबर, मॉडल)
- किराए की राशि और भुगतान की तारीख
- मरम्मत व इंजन संबंधी खर्च किसका होगा
- अनुबंध की अवधि
- विवाद की स्थिति में न्यायालय का अधिकार क्षेत्र
5. शपथ पत्र का उदाहरण
नीचे एक नमूना शपथ पत्र दिया गया है, जिसे आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से नोटरी के सामने बनवा सकते हैं:
शपथ पत्र
मैं, जीशान खान पुत्र श्री जमी़ल खान, निवासी ग्राम अहमदपुर रौनी, पोस्ट मलिकापुर, जनपद कन्नौज तथा मैं, आकिब पुत्र श्री छोटेलाल शेख, निवासी ग्राम कुसुमखोर बैंगर, पोस्ट कुसुमखोर, जनपद कन्नौज,
आज दिनांक 20/09/2025 को निम्नलिखित शर्तों एवं नियमों पर यह शपथ पत्र तैयार कर रहे हैं –
- प्रथम पक्ष के स्वामित्व वाला ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन नंबर UP74 AT 1626 को द्वितीय पक्ष को एक वर्ष (12 माह) के लिए चलाने हेतु दिया गया है।
- द्वितीय पक्ष इसके बदले प्रथम पक्ष को प्रति माह ₹9,000/- (नौ हजार रुपये) का भुगतान नियमित रूप से करेगा।
- इस अवधि में ई-रिक्शा से संबंधित सभी मरम्मत व अन्य कार्यों का प्रबंध द्वितीय पक्ष करेगा।
- यदि इंजन से संबंधित कोई कार्य/मरम्मत होती है तो उसका खर्च दोनों पक्ष आधा-आधा (50% – 50%) साझा करेंगे।
- इसके अतिरिक्त, ई-रिक्शा की अन्य सभी सामान्य मरम्मत, टायर, बैटरी, परमिट आदि से जुड़े खर्चों की जिम्मेदारी द्वितीय पक्ष की होगी।
- यह शपथ पत्र दोनों पक्षों की आपसी सहमति से बनाया गया है। किसी भी विवाद की स्थिति में संबंधित न्यायालय/प्राधिकरण का अधिकार क्षेत्र रहेगा।
दोनों पक्ष यह शपथपूर्वक स्वीकार करते हैं कि उपरोक्त जानकारी सत्य एवं सही है।
प्रथम पक्ष
हस्ताक्षर : __________________
द्वितीय पक्ष
हस्ताक्षर : __________________
साक्षी 1 : __________________
साक्षी 2 : __________________
स्थान : __________
दिनांक : //20___
6. नोटरी/रजिस्ट्री की प्रक्रिया
- किसी नज़दीकी वकील या नोटरी के पास जाएँ।
- उपरोक्त शपथ पत्र को ₹10 या ₹20 के स्टाम्प पेपर पर लिखवाएँ।
- दोनों पक्ष और गवाहों के हस्ताक्षर कराएँ।
- नोटरी की मोहर लगते ही यह कानूनी दस्तावेज़ बन जाएगा।
7. नियमित भुगतान और रसीद
हर महीने किराए का भुगतान तय तारीख़ पर लें और एक साधारण रसीद बना कर साइन कराएँ। इससे भविष्य में विवाद नहीं होगा।
निष्कर्ष
अपनी गाड़ी या ई-रिक्शा को किराए पर देकर आप बिना चलाए ही हर महीने स्थायी आमदनी कर सकते हैं। लेकिन यह तभी सुरक्षित है जब आप पहले से लिखित शपथ पत्र तैयार करें और उसकी नोटरी कराएँ।
क्या चाहेंगे कि मैं इस पूरे ब्लॉग को Word या PDF फ़ॉर्मेट में बना दूँ, ताकि आप सीधे अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पर अपलोड कर सकें?
You said:
THORA PRARIT KAREI
ChatGPT said:
समझ गया 😊 — आप चाहते हैं कि ब्लॉग में थोड़ा प्रेरक (motivational) टोन भी हो, ताकि पढ़ने वाला सच-मुच कार्रवाई करने के लिए तैयार हो जाए।
मैंने ऊपर वाले ड्राफ़्ट को उसी तरह हल्का प्रेरक बना दिया है:
अपनी गाड़ी/ई-रिक्शा किराए पर देकर हर महीने कमाएँ – आज ही शुरुआत करें
1. अपनी संपत्ति से कमाई क्यों ज़रूरी है
क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी गाड़ी/ई-रिक्शा घर में खड़ी-खड़ी कोई कमाई नहीं कर रही, जबकि वह आपके लिए हर महीने एक तय आय का ज़रिया बन सकती है?
अगर आप समय या साधन के अभाव में खुद वाहन नहीं चला पा रहे, तो अब रुकिए मत — इसे किराए पर देकर हर महीने पक्का पैसा कमाएँ।
2. सही व्यक्ति चुनें – सुरक्षित शुरुआत का पहला कदम
- किराएदार की पहचान, पता और मोबाइल नंबर अच्छी तरह से जाँचें।
- उसका लाइसेंस और रिकॉर्ड देखें।
- एक बार भरोसेमंद व्यक्ति चुन लिया तो आय भी सुरक्षित और मन भी शांत रहेगा।
3. लिखित एग्रीमेंट = आपकी कानूनी सुरक्षा
सिर्फ़ बातों पर नहीं, कागज़ पर भरोसा कीजिए। एक छोटा-सा शपथ पत्र (Affidavit) आपकी मेहनत की कमाई और वाहन दोनों की सुरक्षा करता है।
4. शपथ पत्र में क्या-क्या जोड़ें
- वाहन का पूरा विवरण
- मासिक किराया और भुगतान की तिथि
- मरम्मत का खर्च कौन उठाएगा
- अनुबंध की अवधि
- विवाद की स्थिति में न्यायालय का अधिकार क्षेत्र
5. शपथ पत्र का उदाहरण

Download word file –
(आपका ही दिया हुआ ड्राफ़्ट, जैसा है वैसा रखें)
शपथ पत्र
मैं, जीशान खान पुत्र श्री जमी़ल खान, निवासी ग्राम - - पोस्ट - , _____
तथा आकिब पुत्र श्री छोटेलाल शेख, निवासी ग्राम , पोस्ट , जनपद - -- -,
आज दिनांक 20/09/2025 को निम्नलिखित शर्तों एवं नियमों पर यह शपथ पत्र तैयार कर रहे हैं –
प्रथम पक्ष के स्वामित्व वाला ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन नंबर UP34 AT 1600 को द्वितीय पक्ष को एक वर्ष (12 माह) के लिए चलाने हेतु दिया गया है।
द्वितीय पक्ष इसके बदले प्रथम पक्ष को प्रति माह ₹9,000/- (नौ हजार रुपये) का भुगतान नियमित रूप से करेगा।
इस अवधि में ई-रिक्शा से संबंधित सभी मरम्मत व अन्य कार्यों का प्रबंध द्वितीय पक्ष करेगा।
यदि इंजन से संबंधित कोई कार्य/मरम्मत होती है तो उसका खर्च दोनों पक्ष आधा-आधा (50% - 50%) साझा करेंगे।
इसके अतिरिक्त, ई-रिक्शा की अन्य सभी सामान्य मरम्मत, टायर, बैटरी, परमिट आदि से जुड़े खर्चों की जिम्मेदारी द्वितीय पक्ष की होगी।
यह शपथ पत्र दोनों पक्षों की आपसी सहमति से बनाया गया है। किसी भी विवाद की स्थिति में संबंधित न्यायालय/प्राधिकरण का अधिकार क्षेत्र रहेगा।
दोनों पक्ष यह शपथपूर्वक स्वीकार करते हैं कि उपरोक्त जानकारी सत्य एवं सही है।
प्रथम पक्ष
हस्ताक्षर : __________________
द्वितीय पक्ष
हस्ताक्षर : __________________
साक्षी 1 : __________________
साक्षी 2 : __________________
स्थान : __________
दिनांक : //20___
6. नोटरी/रजिस्ट्री की प्रक्रिया – डरिए मत, आसान है
- नज़दीकी वकील या नोटरी के पास जाएँ।
- उपरोक्त शपथ पत्र को ₹10 या ₹20 के स्टाम्प पेपर पर लिखवाएँ।
- दोनों पक्ष और गवाहों के हस्ताक्षर कराएँ।
- नोटरी की मोहर लगते ही यह कानूनी दस्तावेज़ बन जाएगा।
7. नियमित भुगतान और रसीद
हर महीने समय पर भुगतान लें और एक साधारण रसीद पर साइन कराएँ। यह आपकी कमाई को पक्का बनाता है।
निष्कर्ष – आज ही कदम बढ़ाएँ
अगर आपके पास वाहन है, तो उसे बेकार न रहने दें। आज ही सही व्यक्ति खोजें, शपथ पत्र बनवाएँ और हर महीने तय रकम कमाना शुरू करें।
यह न सिर्फ़ आपकी आय बढ़ाएगा बल्कि आपको एक नए आत्मविश्वास से भर देगा।
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